Festival Showers: A Rakhi Tale of Bargains and Brotherhood
FluentFiction - Hindi
Festival Showers: A Rakhi Tale of Bargains and Brotherhood
सरोजिनी नगर मार्केट, दिल्ली के बीचों बीच, बारिश की हल्की फुहारें हर किसी को भिगा रही थीं।
In the heart of Sarojini Nagar Market in Delhi, gentle rain showers were drenching everyone.
अराव, काव्या और रोहन बाजार के बीच घूम रहे थे।
Aarav, Kavya, and Rohan were wandering through the market.
चारों तरफ रंग-बिरंगे कपड़े, चमचमाते ज्वेलरी और भीड़भाड़ का मेला था।
Colorful clothes, sparkling jewelry, and a bustling crowd surrounded them on all sides.
यह राखी के त्यौहार से ठीक पहले का समय था, और अराव अपनी बहन के लिए एक खास तोहफा ढूंढ रहा था।
It was right before the festival of Rakhi, and Aarav was searching for a special gift for his sister.
"अरे, काव्या! ये स्लिंग बैग देखो," अराव ने एक स्टॉल की ओर इशारा करते हुए कहा।
"Hey, Kavya! Look at this sling bag," Aarav said, pointing to a stall.
काव्या ने बैग को ध्यान से देखा और दुकानदार से पूछा, "भैया, ये कितने का है?"
Kavya examined the bag carefully and asked the shopkeeper, "Brother, how much is this?"
"सिर्फ सात सौ रुपये, मैडम," दुकानदार ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया।
"Only seven hundred rupees, madam," the shopkeeper replied with a smile.
काव्या ने एक नजर अराव पर डाली और फिर अपने मोलजोल के मामूली अंदाज़ में कहा, "भैया, ये तो बहुत महंगा है। पांच सौ में दे सकते हो क्या?"
Kavya glanced at Aarav and then, in her typical bargaining style, said, "Brother, this is too expensive. Can you give it for five hundred?"
दुकानदार ने थोड़ा संकोच करते हुए कहा, "मैडम, ये तो वैरी फाइन क्वालिटी है, कम से कम छे सौ लीजिए।"
The shopkeeper, hesitating a bit, said, "Madam, this is very fine quality, at least take it for six hundred."
इस बात पर रोहन अपने व्यवाहारिक अंदाज़ में बोला, "छोड़ दो यार, यही सब देखने में समय बर्बाद हो जाएगा।"
At this, Rohan commented in his practical manner, "Forget it, yaar, wasting time on these things."
अराव ने रोहन की बात सुनी लेकिन वह हार मानने को तैयार नहीं था।
Aarav heard Rohan but was not ready to give up.
तभी अचानक तेज बारिश शुरू हो गई।
Suddenly, a heavy downpour began.
चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। दुकानदार अपने सामान को बचाने की कोशिश करने लगे।
Panic ensued all around as shopkeepers tried to save their goods.
अराव की नजर एक और स्टॉल पर पड़ी जहां पर एक सुंदर-सा ब्रेसलेट टंगा हुआ था।
Aarav's eyes fell on another stall where a beautiful bracelet was hanging.
उसे लगा कि ये उसकी बहन के लिए परफेक्ट होगा।
He felt it would be perfect for his sister.
काव्या ने उसकी आंखों की चमक देख ली और उसने बिना देर किए दुकानदार से फिर मोलभाव करना शुरू कर दिया।
Kavya noticed the sparkle in his eyes and immediately started bargaining with the shopkeeper.
"भैया, ये ब्रेसलेट कितने का है?"
"Brother, how much for this bracelet?"
"मैडम, सिर्फ आठ सौ रुपये।"
"Madam, only eight hundred rupees."
"सात सौ में दे दीजिए। बारिश शुरू हो गई है, जल्दी से।"
"Please give it for seven hundred. It’s raining, hurry."
दुकानदार ने अराव को देखा और मुस्कुराते हुए कहा, "ठीक है, मैडम। आप ले लीजिए।"
The shopkeeper looked at Aarav and smiled, "Alright, madam. You can take it."
अराव ने जल्दी से ब्रेसलेट खरीदा और तीनों ने रस्सी की तर्ज़ पे दौड़ लगा दी।
Aarav quickly bought the bracelet, and the three of them dashed out as the rain intensified.
बरसात और भी तेज़ हो चुकी थी, और उन्हें जल्दी घर पहुंचना था।
They needed to get home quickly.
घर पहुंचकर अराव ने अपनी बहन को वह ब्रेसलेट दिया।
Once home, Aarav gave the bracelet to his sister.
उसकी बहन ने खुशी से ब्रेसलेट पहना और कहा, "धन्यवाद, भाई। ये बहुत ही सुंदर है!"
She wore the bracelet joyfully and said, "Thank you, brother. This is so beautiful!"
उस पल में अराव ने महसूस किया कि कठिन परिस्थितियों में भी सही निर्णय लेना कितना महत्वपूर्ण होता है।
In that moment, Aarav realized how important it is to make the right decisions even in challenging situations.
वह समझ गया कि उसे हर चुनौती से सीखना है और आगे बढ़ना है।
He understood that he should learn from every challenge and keep moving forward.
और इस तरह अराव ने अपने जीवन में एक नया आत्मविश्वास प्राप्त किया, ठीक समय पर सही निर्णय लेना सीख लिया, और राखी का त्यौहार खुशियों से मना।
And thus, Aarav gained a new confidence in life, learned to make timely decisions, and celebrated the festival of Rakhi with happiness.