Rainy Reflections: Sibling Bonds Under Delhi's Ancient Skies
FluentFiction - Hindi
Rainy Reflections: Sibling Bonds Under Delhi's Ancient Skies
दिल्ली की बरसात में, कुतुब मीनार का दृश्य एकदम अद्भुत था।
In the rain of Delhi, the sight of the Qutub Minar was simply magnificent.
काले बादल आसमान में छाए हुए थे और मीनार की प्राचीन ऊँचाइयाँ हरियाली में घिरी हुई थीं।
Dark clouds had taken over the sky, and the ancient height of the minaret was surrounded by greenery.
भीगे लोग छतरियाँ हाथ में लिए उसकी खूबसूरती निहार रहे थे।
People, drenched in the rain, were admiring its beauty with umbrellas in hand.
घने बादलों के बीच, अनया और रोहन अपनी यात्रा का हिस्सा देखने आए थे।
Amidst the dense clouds, Anaya and Rohan came to see a part of their journey.
अनया एक होनहार युवा राजनयिक थी।
Anaya was a promising young diplomat.
वह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के भाग के रूप में दिल्ली में थी।
She was in Delhi as part of an international conference.
रोहन, जो मुंबई में रहता था, राखी के त्योहार के अवसर पर अपनी बहन से मिलने आया था।
Rohan, who lived in Mumbai, had come to visit his sister on the occasion of Rakhi.
काम में डूबी अनया ने तय किया था कि वह रोहन को दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों की शान दिखाएगी।
Immersed in work, Anaya had decided to show Rohan the grandeur of Delhi's historical sites.
रोहन को थोड़ा शक था, उसे ऐसे पर्यटन में ज्यादा रुचि नहीं थी, लेकिन उसकी बहन का उत्साह उसे खींच लाया।
Rohan was a bit skeptical, as he wasn't very interested in such tours, but his sister's enthusiasm brought him along.
जैसे ही वो कुतुब मीनार पहुँचे, आकाश से बारिश की बूंदें जोर से बरसना शुरू हो गईं।
As they reached the Qutub Minar, raindrops began to pour heavily from the sky.
अनया के मन में अपने काम का तनाव झलकने लगा।
Anaya's mind started reflecting her work stress.
बारिश ने उनकी योजना को प्रभावित कर दिया था।
The rain had affected their plan.
वो सोच में पड़ गई कि क्या उसे वापस सम्मलेन में जाना चाहिए।
She pondered whether she should return to the conference.
“चलो, उस कैफे में चलते हैं,” अनया ने कहा, पास के छोटे से कैफे की ओर इशारा करते हुए।
“Let's go to that café,” Anaya said, pointing to a small nearby café.
रोहन ने सहमति में सिर हिलाया।
Rohan nodded in agreement.
वहां पहुँच कर दोनों ने गर्म मसाला चाय का ऑर्डर दिया।
Once there, they ordered hot masala tea.
जब बाहर बारिश की बूंदें टपक रही थीं, दोनों भाई-बहन अतीत की यादों में खो गए।
As the rain dripped outside, the siblings got lost in memories of the past.
“याद है, बचपन में कैसे हम बारिश में भीग कर खेलते थे?” अनया ने मुस्कराते हुए पूछा।
“Do you remember how we used to play in the rain as kids?” Anaya asked, smiling.
“और माँ हमें कैसे डांटती थी?” रोहन ने हंसते हुए जवाब दिया।
“And how mom would scold us?” Rohan replied, laughing.
समय जैसे ठहर सा गया था।
Time seemed to stand still.
उन यादों ने उन्हें करीब ला दिया।
Those memories brought them closer.
अनया ने महसूस किया कि काम और जिम्मेदारियों के बीच वह अपने भाई को कितना मिस करती थी।
Anaya realized how much she missed her brother amid work and responsibilities.
रोहन ने भी समझा कि अनया की जिंदगी में कितना बदलाव आ चुका था लेकिन उसकी प्राथमिकताएं हमेशा परिवार और रिश्तों के लिए रही थीं।
Rohan also understood how much Anaya's life had changed, yet her priorities always remained family and relationships.
बारिश अब थम चुकी थी।
The rain had now stopped.
दोनों ने बाहर कदम रखा, मन में शांति और सर्प्रेम के ठोस अहसास के साथ।
The two stepped outside, feeling peace and a solid sense of affection in their hearts.
कुतुब मीनार अब पहले से भी ज्यादा खूबसूरत लग रही थी।
The Qutub Minar looked even more beautiful than before.
अनया ने एहसास किया कि परिवार और रिश्तों को समय देना कितना जरूरी है।
Anaya realized how important it is to give time to family and relationships.
और रक्षाबंधन की यही सीख थी - रिश्ता जो जोड़ता है, चाहे कितनी भी दूरियाँ क्यों न हों।
And this was the lesson of Raksha Bandhan—the bond that connects, no matter the distance.
दोनों ने एक दूसरे को मुस्कराते हुए देखा और मीनार की ओर बढ़े, एक नए अनुभूत रिश्ते के आत्मविश्वास के साथ।
They smiled at each other and headed towards the minaret, with the confidence of a newly felt relationship.
उनका दिल्ली दौरा अब पहले से भी ज्यादा खास हो चुका था।
Their Delhi visit had now become even more special.