New Beginnings: Riya's Artistic Journey of Friendship
FluentFiction - Hindi
New Beginnings: Riya's Artistic Journey of Friendship
गर्मियों की छुट्टियाँ खत्म हो गई थीं और अब था स्कूल का पहला दिन।
The summer vacation had ended, and it was the first day of school.
यह नया स्कूल था, नए लोग थे, और एक नई शुरुआत थी।
This was a new school, with new people, and a fresh start.
रिया ने बड़े ध्यान से अपना बैग तैयार किया। उसने अपना स्केचबुक भी रख लिया।
Riya carefully prepared her bag and included her sketchbook.
यह वही स्केचबुक थी जिसमें वह अपने मन की बातें उतारती थी।
It was the same sketchbook in which she captured her thoughts and emotions.
पहाड़ों के बीच बसे छोटे से गाँव में, जहाँ हवा में ठंडक और पेड़ों पर सुनहरे रंग थे, रिया का घर था।
Nestled in a small village among the mountains, where the air was crisp and the trees wore golden hues, was Riya's home.
यह गाँव मसूरी के पास था।
This village was near Mussoorie.
यहाँ का स्कूल एक सुंदर पत्थर की इमारत थी, जिसकी खिड़कियों से घाटियों के दृश्य साफ़ दिखते थे।
The school here was a beautiful stone building, offering clear views of the valleys through its windows.
रिया के पापा की नई नौकरी के कारण उनका परिवार इस गाँव में आया था।
Riya's family had moved to this village because of her father's new job.
रिया बहुत शांत स्वभाव की थी, पर उसकी आँखें हमेशा कुछ तलाशती रहती थीं।
Riya was very quiet by nature, but her eyes were always searching for something.
वह बस एक दोस्त चाहती थी, जिससे वह अपनी चित्रकारी की बातें कर सके।
She just wanted a friend with whom she could share her passion for drawing.
स्कूल के पहले दिन उसने देखा, आरव को।
On the first day of school, she noticed Aarav.
आरव भी चुपचाप बैठा था और एक कोने में ड्राइंग कर रहा था।
Aarav was also sitting quietly in a corner, drawing.
छुट्टी के समय में रिया ने अपनी स्केचबुक निकाली और एक पेड़ के नीचे बैठ गई।
During recess, Riya took out her sketchbook and sat under a tree.
उसकी नज़रें आरव को ढूँढ रही थीं।
Her eyes were looking for Aarav.
कुछ ही क्षणों में, आरव उसके पास आया।
Within moments, Aarav came over to her.
उसने रिया के स्केचबुक की ओर देखा और कहा, "तुम्हारी ड्रॉइंग बहुत सुंदर है।"
He glanced at Riya's sketchbook and said, "Your drawing is beautiful."
रिया मुस्कुराई और बोली, "तुम्हें भी चित्रकारी पसंद है?"
Riya smiled and asked, "Do you also like drawing?"
आरव ने हाँ में सिर हिलाया और उसके बाद दोनों अपने पसंदीदा चित्रकारों के बारे में बातें करने लगे।
Aarav nodded, and then they started talking about their favorite artists.
उन्होंने एक-दूसरे को अपनी पसंद बताई।
They shared their preferences with each other.
धीरे-धीरे, रिया का संकोच गायब हो गया।
Slowly, Riya's shyness melted away.
रिया को लगा कि उसकी मेहनत सफल हो गई।
Riya felt that her efforts had paid off.
उसे एक दोस्त मिल गया था जो उसकी तरह कला से प्यार करता था।
She had found a friend who loved art just like she did.
अब रिया को इस गाँव में अपनापन महसूस होने लगा था।
Now, Riya started to feel a sense of belonging in this village.
उसने जाना कि दूसरों से बात करने की कोशिश करने में कोई बुराई नहीं है।
She realized that there was no harm in trying to talk to others.
इससे उसने एक नया दोस्त पाया था।
Through this, she found a new friend.
उन दोनों की दोस्ती के साथ, रिया को विश्वास हुआ कि इस नई जगह में वह खुश रह सकती है।
With their growing friendship, Riya became confident that she could be happy in this new place.
उसकी छुपी इच्छा पूरी हो गई थी और उसने अपने अन्दर के डर को हराया।
Her hidden wish had come true, and she conquered her inner fears.
रिया ने पाया कि दूसरों से बात करना और उनके साथ चीजें साझा करना कितना सुखद होता है।
Riya discovered how pleasant it was to communicate and share things with others.
अब वह अपने नए गाँव और स्कूल में खुद को पूरी तरह से सम्मिलित महसूस कर रही थी।
Now, she felt completely integrated into her new village and school.